हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
*निगाहें नाज करती है ..* *फलक के आशियाने से.. !*
*"खुदा भी रूठ जाता है "* *किसी का दिल दुखाने से ...।*
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