Saturday 11 March 2017

मुमकिन नहीं..!

तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं..!
..........मेरा भी वजूद है,मैं कोई आइना नहीं..!!

भरोसा

"प्यार"... गहरा हो या न हो...
पर "भरोसा".... "बहुत गहरा होना चाहिये"... ❤

दुआ

*दुआ का रंग नहीं होता*

*मगर ये रंग ले आती है*

हौसला

*कैसे कह दूँ कि ''थक''गया  हूँ मैं*

*अपने''परिवार''का हौसला हूँ मैं !!*

लफ्जो की दहलीज

*लफ्जो की दहलीज पर ,घायल ज़ुबान है......!!*

                                                                              *कोई तन्हाई से तो कोई, महफ़िल से परेशान है.....!!*

एहसास

*फासलों का एहसास तो तब हुआ साहब....*

*जब मैंने कहा "मैं ठीक हूँ", और उसने मान लिया....*

गलिया

*आखिर क्यों रिश्तो की गलिया इतनी तंग हैं...*

*शुरुवात कौन करे, यहीं सोच कर बात बंद है...*

सुबह-शाम

*सुबह-शाम एक-एक बार दिख जाया करो*

*डॉक्टर ने कहा है दवा वक्त  पर लेते रहना.*

लफ़्ज़ों की जरुरत

ज़िन्दगी में एक ऐसे  इंसान का होना बहुत  ज़रूरी है*

जिसको  दिल का हाल बताने के लिए  लफ़्ज़ों की जरुरत न पड़े*

Sunday 5 March 2017

अधूरी

लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है……

क़दर

क़दर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते हैं.. दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है..!

Saturday 4 March 2017

मर्ज

मेरी बात मानो तो छोड़ दो ये मोहब्बत करना,
हर हकीम ने हाथ जोड़ लिये है इस मर्ज से !!

फर्क

कुछ बातों के मतलब हैं, और कुछ मतलब की बातें,
जब से फर्क समझा, जिंदगी आसान हो गई।

सितम

*हिसाब-किताब हम से न पूछ अब, ऐ-ज़िन्दगी*,

*तूने सितम नही गिने, तो हम ने भी ज़ख्म नही गिने!*

Friday 3 March 2017

Khuda ki mohabbat

Khuda ki mohabbat ko fana kaun karega?
Sabhi bande nek ho to gunaah kaun karega?
Ae khuda mere dosto ko salamat rakhna
Warna meri salamati ki dua kaun karega
Aur rakhna mere dushmano ko bhi mehfooz
Warna meri tere paas aane ki duaa kaun karega....!!!

Thursday 2 March 2017

साँसों के साए में

तुम्हारी साँसों के साए में पलती हैं साँसे मेरी.. ...
जब भी तुम याद आते हो हम.. ...जीने से लगते हैं....

तुम नहीं होते हो,

तुम नहीं होते हो,
बहुत खलता है....

इश्क़ कितना है तुमसे..
  पता चलता है......!!

जहर

वो जहर देकर मारते तो दुनिया की नजरो मे आ जाते,,,,
उनके मारने का अंदाज तो देखो..........
मोहब्बत करके छोड दिया

बे सुकुनी

मोहब्बत नाम है बे सुकुनी का ...

किसी ने पाया हो सुकून तो मिसाल दें....??

दुरुस्त रखिएगा

दुरुस्त रखिएगा हिसाब किताब जरा संबंधों का भी..
जिंदगी का क्या पता कब मार्च आ जाये....

वही पुरानी ख्वाहिश

*वही पुरानी ख्वाहिश ..❤फिर वही पुरानी जिद...❤*

*चाहिए इक छोटा सा पल और साथ तुम ...सिर्फ तुम ..!!..❤...*

ऐ मेरे हमसफर 

ऐ मेरे हमसफर  इतना तो मगरूर मत हो!
अपनी अदाओं पे इतना मजबूर मत हो!
तरस जाए तूं कल हमारे दीदारों के लिए,
इसलिए ही कहता हूं कि दिलों से दूर मत हो!!

तूं तो  बड़ा व्यापारी निकला!

तूं तो  बड़ा व्यापारी निकला!
करके बड़ी तैयारी निकला!!
चेहरा  तेरा  बुद्ध  बुत सा!
अंदर बड़ा शिकारी निकला!!
माला छापा तिलक सलोने!
की तफ्तीश जुआरी निकला!!
माया मोह सभी है झूठै!
मठ पीछे घरबारी निकला!!
मीठे भजन सुना सतसंगी!
लेके कन्या कुमारी निकला!!
रमता रमता ऐसा रमिया,
खेल सभी पर भारी निकला!!
गि.रतनू

तासीर ही ऐसी

तासीर ही ऐसी कि  डरे नहीं शमसीर से!
भिड़ पड़े निहत्थे हम जंगल में कंठीर से।
संकटों  को सहा देश हित में हमेशा यार,
  आन लिए भटके दर दर फक्र से फकीर से।।

Wednesday 1 March 2017

एक शेर..

एक शेर..

तीर से कटे तो हम कटे कभी शमसीर से
शिकवा न किया फिर भी कभी तकदीर से
मिजा़ज़ जिन्दगी का अब मत पूछिये हमसे
वक्त की दीवार पर लटके हुए हैं तस्वीर से