हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
एक शेर..
तीर से कटे तो हम कटे कभी शमसीर से शिकवा न किया फिर भी कभी तकदीर से मिजा़ज़ जिन्दगी का अब मत पूछिये हमसे वक्त की दीवार पर लटके हुए हैं तस्वीर से
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