हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
*लफ्जो की दहलीज पर ,घायल ज़ुबान है......!!*
*कोई तन्हाई से तो कोई, महफ़िल से परेशान है.....!!*
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