हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
तुम्हारी साँसों के साए में पलती हैं साँसे मेरी.. ... जब भी तुम याद आते हो हम.. ...जीने से लगते हैं....
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