हर शख्स परिंदों का हमदर्द नहीं होता दोस्त;
बहुत बैठे हैं दुनिया में, जाल बिछाने वाले..!
हर शख्स परिंदों का हमदर्द नहीं होता दोस्त;
बहुत बैठे हैं दुनिया में, जाल बिछाने वाले..!
खुद की तरक्की में इतना
समय लगा दो
की किसी ओर की बुराई
का वक्त ही ना मिले......
"क्यों घबराते हो दुख होने से,
जीवन का प्रारंभ ही हुआ है रोने से..
नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है...
लोग "रूलाना" नहीं छोडते,
और हम "हसना" नहीं छोडते............
"धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!
"जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है!
"कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है!
"और कभी यादों के सहारे जिंदगी कट जाती है!
"किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते!
"फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते!
"जी लो इन पलों को हंस के दोस्त!
"फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते!!
एक पति द्वारा की गयी सबसे रोमांटिक तारीफ.....
"तेरी बिखरी हुई ज़ुल्फें भी ईतना गजब ढाती हैं,
कभी दाल, कभी सब्जी, तो कभी रोटी में नज़र आती हैं।
*मुस्कुराहट, तबस्सुम, हंसी, कहकहे...*
*सबके सब खो गए, क्यूँ हम बड़े हो गए..*
सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये;
जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल में अरमान कम रखिये!
सदा हँसते मुस्कुराते रहिये
आईना आज फिर रिशवत लेता पकडा गया,
दिल में दर्द था ओर चेहरा हंसता हुआ पकडा गया...
यादों मैं हमारी वो भी खोये होंगे,
खुली आँखों से कभी वो भी सोए होंगे,
माना हँसना है अदा ग़म छुपाने की,
पर हँसते-हस्ते कभी वो भी रोए होंगे
तमाम उम्र सितारे तलाश करता फिरा
पलट के देखा तो माहताब मेरे सामने था !!
भावार्थ-
शायद कवि को खूबसूरत पड़ोसन के बारे मे जानकारी लेट से मिली।
जिस दिन बंद कर ली हमने आंखें,
कई आँखों से उस दिन आंसु बरसेंगे,
जो कहते हैं के बहुत तंग करते है हम,
वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.