हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
इंतजार किया है तेरा इतना वहाँ की, अब आने जाने वाले वाले हर शख्स की आहटे पहचानता हूँ !! ❣
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