हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
*दुआ हैं हमारी....*
*जिन्दगी में हर रोज वो चहेरां मुस्कुराता मिले...*
*जिस चहेरे को आप रोज आइने में देखते हो...!!!*
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