हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
तेरे दीदार का नशा भी बडा अजीब है तु ना दिखे तो दिल तडपता है तू दिखे तो नशा और चढता है यार
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