हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
#बड़ी ख़ामोशी से गुजर जाते है, हम एक दूसरे के करीब से...
#फिर भी कम्बख्त, दिलों के भीतर का शोर सुनाई दे ही जाता...!!
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