हिंदी उर्दू शायरी कविताएं गम प्रेम बिरह के नग्मे शेरकवि
पीर' लिखो तो मीरा जैसी, 'मिलन' लिखो तो कुछ राधा- सा..
दोंनो ही है कुछ पूरे से, दोनों में ही वो आधा -सा..
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